पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्यात् तत्र संस्थितिम्।।
"भावार्थ"– बुद्धिमान व्यक्ति को उसी स्थान पर निवास करना चाहिए जहाँ के निवासियों में सामाजिक भावना हो,जो जियो और जीने दो के सिद्धांत में विश्वास रखते हो, जिनमें ईश्वर और परलोक का भय हो और जहाँ के लोग बुरा करने से डरते हों तथा बुरा बनने से डरते हों।इसके अलावा दुःख-सुख में एक-दूसरे का साथ निभाते हों।
इससे भिन्न परिस्तिथि वाले स्थान पर मनुष्य को निवास करने से बचना चाहिये।
इससे भिन्न परिस्तिथि वाले स्थान पर मनुष्य को निवास करने से बचना चाहिये।
very nice...
ReplyDeleteThank You!!!
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